
मनरेगा के बिरसा सिंचाई कूप से खेतों में हो रही बेहतर सिंचाई, किसान एक से अधिक फसलों का कर रहे उत्पादन, बन रहे समृद्ध

जो खेत बरसात के अलावा बाकी समय सूखे पड़े रहते थे, उनमें आज फसल लहलहा रही है। अब किसान पूरे वर्ष खेती कर रहे हैं

जिले में जहां एक ओर महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गरांटी योजना (मनरेगा) के जॉब कार्डधारियों को 100 दिनों का रोजगार देने का काम किया जा रहा है। वहीं, मनरेगा योजना के तहत बने बिरसा सिंचाई कूप का लाभ क्षेत्र के किसानों को मिल रहा है। क्षेत्र के किसान मनरेगा योजना से बने सिंचाई कूप से अपने खेतों में पूरे वर्ष सिंचाई कर पा रहे हैं। इससे उनकी आजीविका भी बढ़ रही है एवं वह आर्थिक रूप से समृद्ध भी हो रहे है। जहां कभी सिंचाई की सुविधा नहीं हो पाने की परिस्थिति में एक से अधिक फसलें नहीं हो पाती थी उसमें अब रबी व खरीफ फसलों के साथ – साथ बहुतायत मात्रा में सब्जियों की खेती हो पा रही है। सब्जी की पैदावार होने से वे किसान अब नकद मुनाफा भी कमा पा रहे हैं। किसानों की जो जमीनें फसल उगा पाने के लिए बारिश का इंतजार करती थी, उन जमीनों में आज एक से अधिक फसल का उत्पादन हो रहा है। किसान उन खेतों में सब्जियां उगा रहे हैं, जिससे उन्हें रोज आमदनी हो रही है। इससे किसान सशक्त हो रहे हैं।

क्या कहते हैं किसान
चंदनकियारी प्रखंड के लालपुर पंचायत निवासी श्री दिनेश कुमार माहथा अपने खेत में बने सिंचाई कूप से खेतों की बेहतर ढ़ंग से सिंचाई कर पा रहे हैं और उससे लाभान्वित भी हो रहे हैं। पहले खेतों की सिंचाई के लिए पानी की काफी समस्या होती थी, जिससे वे एक से अधिक फसलों का उत्पादन भी नहीं कर पाते थे। जिस कारण से उनकी आमदनी भी प्रभावित होती थी। वित्तीय वर्ष 2023 – 24 में बिरसा सिंचाई संवर्धन योजना के तहत लगभग 3 लाख 96 हजार रुपये की लागत से सिंचाई कूप का निर्माण उनके खेत में कराया गया। इसके लिए ग्राम सभा से सर्वसम्मति से सिंचाई कूप निर्माण पारित भी हुआ। मनरेगा के मजदूरों के द्वारा सिंचाई को निर्माण में कार्य भी हुआ। जिसके बाद लाभुक को सिंचाई कूप उपलब्ध हो गया। सिंचाई कूप बनने के बाद खेतों की सिंचाई हेतु पानी की समस्या समाप्त हो गयी। अब लाभुक अपने खेत में गेहूं, धान के अलावा सब्जियों में आलू, प्याज, टमाटर, बैगन, लहसुन, मिर्च, खीरा इत्यादि का उत्पादन कर पा रहा है। इससे आर्थिक सहयोग भी मिल रहा है। प्रति वर्ष 50 – 60 हजार रूपये की वार्षिक आय हो रही है।

चंदनकियारी प्रखंड के लालपुर पंचायत के ही श्री सोमनाथ बनर्जी ने कहा कि उनके पास जमीन तो थी परंतु सिंचाई का कोई साधन नहीं होने के कारण काफी समस्या होती थी। उनके खेत पहले पानी की कमी से सूखे रहते थे, सिंचाई की कोई आसान सुविधा नहीं थी, तो बारिश के पानी पर ही निर्भर रहना पड़ता था। इसके बाद मनरेगा के द्वारा उनकी जमीन पर बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना के तहत सिंचाई कूप का निर्माण कराया गया। अब जो खेत बरसात के अलावा बाकी समय सूखे पड़े रहते हैं, उनमें आज फसल लहलहा रही है। अब वे पूरे वर्ष खेती कर रहे हैं। वह अभी लगभग डेढ़ एकड़ की जमीन में झिंगली, करेला, भिंडी व मकई की खेती कर रहे हैं। बेहतर सिंचाई होने के कारण फसलों की अच्छी पैदावार भी हो रही है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति अब मजबूत हो रही है।

वर्जन
मानसून आने वाला है, ऐसे में अपूर्ण बिरसा सिंचाई कूप निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को तेजी लाने का निर्देश दिया है। योजना के तहत जो किसान पूरे वर्ष सिंचाई कर आर्थिक रूप से समृद्ध और सशक्त बन रहे है। दूसरे किसानों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने, उन्हें समृद्ध करने के दिशा में सतत काम कर रही है।
